अमेरिका में प्रतिमा धर्म भारतीय मूल की ऐसी हिंदु महिला है जो अमरीकी सेना में पुरोहित नियुक्त हुई है. वहाँ सेना में इनके लिए बैज बनाने का कार्य भी चल रहा है .इसके लिए धर्म गुरुओं से चर्चा की गई और सर्व सम्मति से ओम को बैज के रूप में चुना गया. इसके पीछे तर्क दिया गया कि ओम सत्य व शांति का प्रतीक है. प्रतीमा का मानना है की हिंदुत्व स्वभाव से ही सहनशीलता ,स्वीकार्यता और सभी मतों के प्रती सम्मान की भावना रखता है. इस घटना ने हिंदुत्व की स्वीकार्यता को विश्व में बढाया है .भारत के राजनेता भी हिंदुत्व के इस विश्वव्यापी चरित्र को समझें व ....
भारत के राजनेता भी हिंदुत्व के इस विश्वव्यापी चरित्र को समझें न चाहिए . प्रशंशा के अदिकारी तो आप- है ही .
आज से ३ साल पहले की बात है मैं एन एक न्यूज़ पेपर मे पड़ा था की ब्रिटिश सेना मे गीता का पद करना शुरू किया है . और एक उप लब्धि और बता दू अमेरिका मे आशाराम जी बापू का डाक टिकेट शुरू किया है. जो हिन्दू धर्म के लिए गौरव की बात है. हमारी सर्कार उन पैर आरोप लगा रही है. श्री मान जी आप देखने २०१२ मे भारत विश्व गुरु के पद पैर असीं होगा .इस मे तनिक मात्र भी संदेह नहीं है. ख़ुशी ख़ुशी मे काफी बड़ी टिपनी लिख दी ...
कँवर विक्रांत सिंह www.kanwarvikrantsingh.blogspot.com ९४१६४-४६२५६
अमेरिका में प्रतिमा धर्म भारतीय मूल की ऐसी हिंदु महिला है जो अमरीकी सेना में पुरोहित नियुक्त हुई है. वहाँ सेना में इनके लिए बैज बनाने का कार्य भी चल रहा है .इसके लिए धर्म गुरुओं से चर्चा की गई और सर्व सम्मति से ओम को बैज के रूप में चुना गया. इसके पीछे तर्क दिया गया कि ओम सत्य व शांति का प्रतीक है. प्रतीमा का मानना है की हिंदुत्व स्वभाव से ही सहनशीलता ,स्वीकार्यता और सभी मतों के प्रती सम्मान की भावना रखता है. इस घटना ने हिंदुत्व की स्वीकार्यता को विश्व में बढाया है .भारत के राजनेता भी हिंदुत्व के इस विश्वव्यापी चरित्र को समझें व ....
ReplyDeleteभारत के राजनेता भी हिंदुत्व के इस विश्वव्यापी चरित्र को समझें न चाहिए .
प्रशंशा के अदिकारी तो आप- है ही .
आज से ३ साल पहले की बात है मैं एन एक न्यूज़ पेपर मे पड़ा था की ब्रिटिश सेना मे गीता का पद करना शुरू किया है . और एक उप लब्धि और बता दू अमेरिका मे आशाराम जी बापू का डाक टिकेट शुरू किया है. जो हिन्दू धर्म के लिए गौरव की बात है.
हमारी सर्कार उन पैर आरोप लगा रही है.
श्री मान जी आप देखने २०१२ मे भारत विश्व गुरु के पद पैर असीं होगा .इस मे तनिक मात्र भी संदेह नहीं है.
ख़ुशी ख़ुशी मे काफी बड़ी टिपनी लिख दी ...
कँवर विक्रांत सिंह
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९४१६४-४६२५६